नई दिल्ली. इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के निदेशक डॉ. सीके मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि लॉकडाउन को आज 30 दिन पूरे हो गए हैं। मरीजों की संख्या की बढ़ोतरी के मामले में हम आज भी वहीं हैं जहां 30 दिन पहले थे। डॉ. मिश्रा के मुताबिक, 23 मार्च तक पूरे देश में 14,900 लोगों का टेस्ट किया गया था। तब तक 4% यानी 400 संक्रमित पाए गए थे। एक माह बाद यानी 22 अप्रैल तक 5 लाख से ज्यादा लोगों का टेस्ट किया जा चुका है। टेस्टिंग में 33% की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन, आज भी इसमें 4% ही संक्रमित पाए जा रहे हैं। यह देश के लिए राहत की बात है।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से देश को तीन फायदे हुए हैं। पहला संक्रमण की चेन टूटना, दूसरा केस की डबलिंग रेट को कम करना और तीसरा ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग करना है।
अन्य देशों के मुकाबले अपने यहां बेहतर स्थिति
डॉ. मिश्रा ने कई देशों का आंकड़ा भी शेयर किया। उन्होंने बताया कि यूनाइटेड स्टेट अमेरिका में 26 मार्च तक 5 लाख लोगों का टेस्ट किया था। इनमें 80 हजार संक्रमित पाए गए थे। इटली में 31 मार्च तक 5 लाख लोगों का टेस्ट हुआ और इनमें एक लाख कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। यूके में 20 अप्रैल तक 5 लाख लोगों का टेस्ट हुआ और इनमें एक लाख 20 हजार संक्रमित मिले। इसी तरह, टर्की में 16 अप्रैल तक 5 लाख लोगों का टेस्ट हुआ और इनमें 80 हजार लोग संक्रमित पाए गए। भारत में 22 अप्रैल तक 5 लाख लोगों का टेस्ट हुआ, जिनमें करीब 20 हजार ही संक्रमित पाए गए। ऐसे में अन्य देशों के मुकाबले भारत में स्थिति काफी बेहतर है।